एकादशी पर फूल बंगले में नहीं विराजे ठाकुर बांकेबिहारी, कोरोना के कारण टूटी वर्षों पुरानी परंपरा

चैत्र माह की एकादशी पर वृंदावन के विश्व प्रसिद्ध बांकेबिहारी मंदिर में ठाकुर जी बिना फूल बंगले के ही रहे। न तो ठाकुर जी गर्भगृह से निकले और न ही फूल बंगला सजाया गया। न्यायालय ने भी फूल बंगला सजने संबंधी निर्णय सशर्त गोस्वामीगणों के स्वविवेक पर ही छोड़ दिया। वर्तमान परिस्थितियों के अनुसार गोस्वामीगणों ने एकादशी पर फूल बंगला नहीं सजाया। वर्षों पुरानी यह परंपरा कोरोना वायरस के कारण शनिवार को टूट गई। 




प्रतिवर्ष एकादशी से ठाकुर बांकेबिहारी जी के फूल बंगले प्रारंभ हो जाते थे। एकादशी पर ठाकुर जी गर्भगृह से बाहर आते थे। गोस्वामीगणों द्वारा बाहर ही ठाकुर जी की शृंगार आरती से लेकर शयन आरती की जाती थी, लेकिन इन दिनों कोरोना वायरस के कारण मंदिर को आमजन के लिए बंद कर दिया गया है।